हिन्दू धर्म में सूर्य नमस्कार का बहुत अधिक महत्व हैं. सूर्य योगासन कुल 12 आसनों से मिलकर बना हुआ हैं. सूर्य नमस्कार करने वाले का कार्डियोवस्कुलर स्वास्थ्य बहुत अच्छा रहता हैं. नित्य सूर्य नमस्कार करने वाले इंसान के शरीर में खून का संचार भी दुरुस्त रहता है, जिससे उसे हाई ब्लड प्रेशर या लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता.सूर्य नमस्कार से शारीरिक और मानसिक तनाव भी कम होता हैं, साथ में इससे आपका शरीर भी पूरी तरह से डिटॉक्स हो जाता हैं. लेकिन यह सब चीजें तभी मुमकिन होती हैं जब आप सही ढंग से सूर्य नमस्कार करते हैं. ज्यादातर लोग न तो ट्रेनर की मदद लेते है और न ही किसी से योगा आसन सीखने की कोशिश करते हैं.
ऐसे में इंसान 12 आसनों से बने सूर्य नमस्कार को सही से करने से चूक जाता है और फिर उसे वह परिणाम नहीं मिल पाते जो वो सूर्य नमस्कार करने के बाद पाना चाहता हैं. आज हम आपको योगा एंड हॉलिस्टिक कोच के कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं. जिससे आप सही तरीके से सूर्य नमस्कार करके अच्छे परिणाम पा सकते हैं.अगर आप सूर्य नमस्कार करना शुरू करने वाले हैं या करते हैं तो उसे रोज़ाना करने का नियम बना लें. सही तरीके से किया गया सूर्य नमस्कार आपमें सकारात्मक ऊर्जा भर देगा. सूर्य नमस्कार करते हुए आपको गहरी सांस लेनी होती है, जिसे आपको धीरे धीरे छोड़ना होता हैं. इससे आपके शरीर को सूर्य नमस्कार का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सकेगा.
सूर्य नमस्कार के 12 आसनों को आप किसी ट्रेनर या फिर यू-ट्यूब पर किसी योगा एक्सपर्ट का वीडियो देखकर सीख सकते हैं. जिस भी इंसान को कब्ज, अपच या पेट में जलन की शिकायत रहती हो उसे रोज़ाना सुबह उठकर बिना कुछ खाये-पिये सूर्य नमस्कार करना चाहिए. इससे आपको पेट से संबंधी शिकायतों से समाधान मिलेगा और आपका शरीर ऊर्जावान महसूस करेगा.